इस post में आज मैं education से related एक बहुत जरुरी topic के बारे में बात करने वाला हूँ और ये एक बड़ी problem बन चुकी हैं students के liye अगर आप एक student हैं तो आपको ये पोस्ट जरुर पढना चाहिए शायद जिसके बारे में मैं बात करने वाला हूँ वो आपकी भी problem हो |
अब मैं टॉपिक पर आता हूँ की टॉपिक क्या है, टॉपिक का नाम हैं " किसी और के बताये रास्ते पर चलना " | टॉपिक का Title बहुत ही simple और अजीब सा लग रहा लेकिन जब मैं आपको पूरा explain करूँगा तब आपको समझ आएगा इसका कितना महत्त्व हैं |
" किसी और के बताये रास्ते पर चलना "
ये टॉपिक उन students के लिए तो बहुत जरुरी हैं जो अपनी पढाई में कोई decision नहीं ले पाते हैं,या किसी reason से नहीं ले पाते हैं और फिर उन्हें पछताना पड़ता हैं | और उन्हें ये बात तब समझ आती हैं जब देर हो चुकी होती हैं अगर आप चाहते हैं की आपको ऐसी कोई परेशानी न हो तो पोस्ट को अच्छे से पढ़े शायद आपको मदद मिल सके|
अब मैं पूरी तरह से explain करता हूँ जिससे आपको ये समझ आ जाये| " किसी और के बताये रास्ते पर चलना " का सीधा मतलब ये हैं की किसी के बताये हुए रास्ते पर बिना सोचे समझे चलना | student life में ऐसे बहुत से मौके आते हैं जहा पर हम decision नहीं ले पाते है या बहुत सोचते हैं फिर किसी की मदद से decision लेते है किसी की मदद लेना कोई गलत बात नहीं हैं बल्कि ये बहुत अच्छी बात हैं लेकिन किसी की बातों को बिना सोचे समझे मान लेना ये गलत बात हैं|
मैं आपको कुछ cases बताता हूँ जिससे उन students को मदद मिलेगी जो ऐसी गलती कर देते हैं इसमें students की कोई गलती नहीं होती हैं ऐसा सभी के साथ होता हैं लेकिन हमे उन्हे समझना चाहिए |
CASE:1 किसी दुसरे के अनुसार Stream choose करना |
ये सबसे बड़ी गलती होती हैं जो कुछ students कर देते हैं और बाद में पछताते हैं| Stream choose का time mainly highschool और intermediate में आता हैं और तभी कुछ students गलती कर देते हैं वो अपने interest के अनुसार stream choose नहीं करते हैं बल्कि किसी और के कहने पर choose करते हैं | stream को समझने के लिए और उसका scope समझने के लिए आप दुसरो की help ले सकते हैं और लेना भी चाहिए लेकिन किसी की interest के according ही stream choose करना ये गलत है |
अगर आप इसी situation में है तो पूरी कोशिश करे की पहले stream को अच्छे से समझ ले और अपने interest के according choose करे | और ये बिलकुल मत सोचिये की कौन क्या कहेगा बस अपने interest के साथ बढ़ते चले|
CASE: 2 किसी दुसरे के according अपना Time Table सेट करना |
यहाँ पर भी कुछ students गलती कर बैठते हैं वो अपना Time table किसी और से सेट करवाते हैं या पूरी तरह से मदद लेते हैं |जिससे आप time table सेट करवाते हैं उसके पुरे दिन का schedule कुछ और हैं और आपका कुछ और तो फिर आप कैसे किसी दुसरे के time table के according काम कर सकते हैं|
अपना time table सेट करने के लिए कुछ बातें बताता हूँ जो आपको मदद करेंगी _
➤ सबसे पहले अपने पुरे दिन को analyse करे की आपको पुरे दिन क्या क्या करना हैं मतलब कितना टाइम school में रहना हैं, कितना टाइम coaching को देना हैं, कितना टाइम खेलना हैं , फिर जितना फ्री टाइम बचता हैं उसके according अपना time table सेट करना हैं |
➤ जितना भी फ्री टाइम हैं उसमे सबसे पहले अपनी self study के लिए टाइम fix करे उसके बाद किसी और चीज़ के लिए| क्यूंकि study ही आपकी first priority होनी चाहिए |
➧सेल्फ स्टडी कैसे करनी चाहिए और कितना टाइम देना चाहिए.
➧Self study कैसे करे ? self study न कर पाने के कारण ?
ये मैंने आपको कुछ गलतियों के बारे में बताया हैं ये मैंने personal experience और कुछ students के base पर लिखा हैं | मुझे आशा हैं की अगर आप इस situation में हैं और आपने ये article पढ़ चुके हैं तो आप ये गलतियाँ नहीं करेंगे जिससे आपको पछताना न पड़े |अगर आपको ये article useful लगा हो तो कमेंट में बताये और share करे|
Thanks for reading...
1 Comments
Thanks and keep reading.
ReplyDeleteIf you have any doubts, Please let me know